चारधाम यात्रा हादसों पर हरीश रावत ने जताई चिंता, धामी सरकार को दिये कई सुझाव

नैनीताल: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आज नैनीताल के दौरे पर रहे. इस दौरान हरीश रावत ने कहा चारधाम यात्रा मार्ग पर लगातार सड़क और हवाई दुर्घटनाएं हो रही हैं. इसके बावजूद भी सरकार सबक नहीं ले रही है. हरीश रावत ने कहा इस पर सरकार को नीतिगत फैसले लेने की आवश्यकता है.
नैनीताल पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चारधाम यात्रा के दौरान लगातार हो रहे हादसों को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए योजनाबद्ध तरीके से काम करने की जरूरत है. हरीश रावत ने कहा, पिछले वर्ष भी इसी प्रकार की घटनाएं सामने आई थीं. यहां तक कि हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं ने भी हमें कई तरह की चेतावनियां दीं, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि हमारा तंत्र उनसे कोई सबक नहीं ले रहा है. यह सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि राज्य की प्रतिष्ठा से भी जुड़ी हुई यात्रा है.
उन्होंने कहा इसमें छोटी सी चूक या नीतिगत गलती हो रही है, जिसे प्रशासन ठीक से नेविगेट नहीं कर पा रहा हो, तो उसका नुकसान पूरे राज्य को भुगतना पड़ सकता है. उन्होंने कहा बाहर से आने वाले टेंपो ट्रैवलर जैसे वाहनों को एक दिन का विश्राम अनिवार्य रूप से करना चाहिए. उन्होंने कहा, हमनें तीसरी बार सरकार से आग्रह किया है कि दिल्ली जैसे स्थानों से सीधी यात्रा पर आने वाले टेंपो ट्रैवलरों को एक दिन के लिए रास्ते में रुकने का निर्देश दिया जाएं. जिससे थकावट और मानवीय गलतियों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके. साथ ही, साइन कालीनों (पुराने और असुरक्षित) वाहनों के संचालन पर भी पूरी तरह रोक लगाई जानी चाहिए.
हरीश रावत ने साफ कहा केवल व्यवस्थागत खामियों को नजरअंदाज करना, हादसों को न्यौता देना है. चारधाम यात्रा जैसी पवित्र यात्रा को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने जरूरी हैं.