महिला सुरक्षा सर्वे को लेकर दून पुलिस ने सर्वे पर उठाए सवाल

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को महिलाओं के लिए अनसेफ बताने के सर्वे पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। एक निजी सर्वे कंपनी ने नारी 2025 शीर्षक के साथ एक सर्वे रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें महिला सुरक्षा के आधार पर देहरादून को देश के 10 असुरक्षित शहरों में दिखाया गया है। देहरादून पुलिस ने इस सर्वे को तथ्य से परे करार दिया है। देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि यह सर्वे देहरादून में महिलाओं की लगभग 9 लाख की आबादी के सापेक्ष 400 महिलाओं के ऑडियो सैंपल साइज पर आधारित है। इस सर्वे में कहीं भी अधिकारिक आंकड़ो का उपयोग नहीं किया गया है। महिला संबंधी अपराधों के प्रति पुलिस संवेदनशील है, वर्तमान में बाहरी प्रदेशों के लगभग 70 हजार छात्र छात्राएं अध्यनरत हैं। किसी भी प्रकार की शिकायत में पुलिस का रिस्पांस टाइम लगभग 13 मिनट का है, महिला अपराधों को तुरंत पंजीकृत करते हुए निस्तारण के लिए सभी थानों को पहले से निर्देशित किया गया है। देहरादून शहर में स्मार्ट सिटी के एकीकृत कंट्रोल रूम के 536 पुलिस कंट्रोल रूम के 216 cctv कैमरों के साथ लगभग 14000 अन्य सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से पुलिस निरंतर अपराध एवं अपराधियों पर नजर रखती है। सर्वेक्षण कंपनी को पुलिस ने नोटिस भेजा है इसके बाद सही तथ्यों की जानकारी हो सकेगी। देहरादून पुलिस का मानना है कि देहरादून हमेशा से ही सुरक्षित शहरों में गिना जाता है।